पान के पत्ते का इस्तेमाल न सिर्फ खाने में किया जाता है बल्कि पूजा-पाठ में भी इसका बहुत महत्व होता है। क्योंकि पूजा के समय इसे शुभ माना जाता है। हिन्दू धर्म में पान के पत्ते के बिना किसी तरह का शुभ कार्य शुरू नहीं होता है। यही नहीं खाने के बाद मुंह का जायका बदलने के लिए भी इसका इस्तेमाल किया जाता है। लेकिन बहुत कम लोगों को मालूम होगा कि पान के पत्ते से दवाइयां भी बनाई जाती है। इसके रस से कई तरह के दर्द और रोग ठीक हो जाते हैं। आइए आज जानते हैं पान के पत्ते के गुणों के बारे में।
कान दर्द के लिए पान का पत्ता रामबाण है। यदि आपको कान में दर्द है तो आप पान के पत्ते का रस नारियल के तेल में मिलाकर दो बूंद कान में डालें। कान के दर्द में राहत मिलेगी। इसके अलावा अगर आपके बाल झड़ते हैं तो आप पान के पत्तों को पीस कर नारियल के तेल के साथ मिलाकर बालों की जड़ों पर लगाए। फिर एक घंटे बाद पानी से धो लें।
पान के पत्ते में कई ऐसे तत्व होते हैं जो बैक्टीरिया के प्रभाव को कम करने में सहायक होते हैं। जिन लोगों के मुंह से दुर्गंध आ रही हो उनके लिए पान का सेवन काफी फायदेमंद होता है। इसमें इस्तेमाल होने वाले मसाले जैसे लौंग, कत्था और इलायची भी मुंह को फ्रेश रखने में सहायक होते हैं। पान खाने वालों के लार में एस्कॉर्बिक एसिड का स्तर भी सामान्य बना रहता है, जिससे मुंह संबंधी कई बीमारियां होने का खतरा कम हो जाता है।
अगर आपको सर्दी हो रखी है तो ऐसे में पान के पत्ते आपके लिए फायदेमंद रहेंगे। इसे शहद के साथ मिलाकर खाने से फायदा होता है। साथ ही पान में मौजूद एनालजेसिक गुण सिर दर्द में भी आराम देता है। चोट लगने पर पान का सेवन घाव को भरने में मदद करता है। पान के पत्तों को घिसकर उनका रस निकाल लें। इस रस को हल्दी के साथ मिक्स करके चेहरे पर लगाए। इस पेस्ट को लगाने से चेहरे पर होने वाले कील, मुंहासे और दाग धब्बों से आपको राहत मिलेगी।