मोदी है तो मुमकिन है, अब प्यासा नहीं रहेगा राजस्थान!

जयपुर: नरेंद्र दामोदर दास मोदी जिन्हें देश की जनता ने 2019 में प्रचड़ बहुमत से जीताकर देश की सत्ता की कमान सौंपी है. देश की जनता ने एक बार फिर से मोदी सरकार पर अपना भरोसा जताया है. प्रधानमंत्री नरेन्द्र मोदी ने चुनाव प्रचार के दौरान कई प्रदेशों का दौरा किया था. जनता से कई चुनावी वादे भी किये थे. जिन्हें निभाने का अब वक्त आया है.
प्रधानमंत्री पद की शपथ लेने के बाद मोदी ने जैसा कहा था वैसा करने की दिशा में अपने कदम आगे बढ़ने शुरुआत भी कर दी है.
राजस्थान में जनता से किया ये वादा-
राजस्थान में जब लोकसभा चुनाव के प्रचार के दौरान मोदी आये थे तो उन्होने जनता से एक बड़ा वादा किया था. वादा ये की जब वो फिर से केन्द्र की सत्ता में आएंगे तो पानी जैसी बड़ी समस्या से निपटाना उनकी सरकार की पहली प्राथमिकता होगी. अपने कहे मुताबिक मोदी ने राजस्थान के कद्दावर नेता को ये बड़ी जिम्मेदारी सौंपी है. पीएम मोदी ने जोधपुर से भाजपा के सांसद गजेन्द्र सिंह शेखावत को जलशक्ति मंत्रालय का जिम्मा सौंपा है. शेखावत ने अपनी जिम्मेदारी को समझते हुये मंत्री पद की शपथ लेने के दूसरी ही दिन अपना काम-काज संभाल लिया.

गजेंद्र सिंह शेखावत- पिछली सरकार में कृषि राज्य मंत्री थे.

राजस्थान में कहां-कहां पानी की समस्या-
राजस्थान के अजमेर, टोक संवाई माधोपुर, करौली, धौलपुर, दौसा, जोधपुर, अलवर सहित कई शहरों में पानी भीषण किल्लत है. सीमावर्ती ईलाके यानी जैसलमेर और बाड़मेर में लोग को पानी की किल्लत के चलते दो-चार होना पड़ता है. कई ईलाकों में तो पानी की कमी की वजह से पशुओं की मौत तक हो रही है.
जिस तरह मोदी ने राजस्थान में पानी की समस्या को देखकर गजेन्द्र सिंह शेखावत को मंत्री बनाया है तो इस बात कहने में कोई अतिशयोक्ति नहीं होगी कि मोदी है तो मुमकिन है. लगता है मोदी ने राजस्थान में फिर से मिशन 25 को लेकर अभी से प्लान बना लिया है. अगर राजस्थान में पानी की समस्या खत्म हो जाती है तो राजस्थान में फिर से मोदी मोदी ही होगा.

maalaxmi