उत्तर भारत में ठंडाई को खासतौर पर पसंद किया जाता है. महाशिवरात्रि और होली के मौके पर तो यह विशेष रूप से बनाई जाती है. ठंडी ताजगी और स्फूर्ति देने वाला यह पेय बनाने में भी बहुत आसान है.
आवश्यक सामग्री
- 1.5 लीटर फुलक्रीम दूध
- 1.5 कटोरी चीनी
- 20-25 बादाम (भिगोकर छिलका उतार लें)
- 20-25 काजू, पानी में भिगोए हुए
- 20-25 पिस्ता, छिलका उतरे हुए
- 3 बड़े चम्मच मगज (खरबूजे के बीज, छिलका उतारे हुए)
- 3 बड़े चम्मच खसखस (पॉपी सीड्स)
- 7-8 धागे केसर
- 8-10 छोटी इलायची
- एक बड़ा टुकड़ा दालचीनी
- 7-8 काली मिर्च के दाने
- गुलाब की करीब 20 सूखी पंखुड़ियां
– बादाम, काजू, पिस्ता, मगज और खसखस को एक साथ पीस लें. अच्छा पेस्ट बनाने के लिए जरूरत के हिसाब से थोड़ा दूध भी मिला सकते हैं.
– दूसरी ओर जब दूध में उबाल आने लगे तो इसमें केसर और चीनी डाल दें. 4-5 मिनट तक चम्मच चलाते हुए दूध को उबालें.
– अब इलायची, गुलाब की पंखुड़ियां, दालचीनी और काली मिर्च को में पीस लें. इसका महीन पाउडर बना लें.
– अब तैयार पेस्ट को दूध में मिला दें और 5 मिनट तक धीमी आंच पर गैस पर पकने दें. बीच-बीच में चम्मच चलाते रहें ताकि दूध पैन से चिपके नहीं.
– जब यह पक जाए तो इसमें पाउडर मिलाकर ठंडा होने के लिए रख दें और जब मेहमान आएं तो गुलाब की पंखुड़ियां डालकर ठंडी-ठंडी ठंडाई सर्व करें.
– आप चाहें तो इसमें बर्फ डालकर भी सर्व कर सकते हैं.