महेन्द्रसिंह धोनी के सफल करियर के पीछे उनकी बहन का रहा है बडा रोल, आज भी जीती है बेहद साधारण जिंदगी, देखिए तस्वीरें!!

बता दें कि भारतीय क्रिकेट टीम के पूर्व और सफल कप्तान महेन्द्रसिंह धोनी की इस कामयाबी के पीछे उनके परिवार का बडा हाथ रहा है। धोनी पर बनी फिल्म में उनके पूरे परिवार का कितना संघर्ष रहा, इसे हम देख सकते है।
बता दें कि महेन्द्रसिंह धोनी ने अपने कई सारे इंटरव्यू में इन चीजों का जिक्र किया है। आज हम आप को इस आर्टिकल में महेन्द्रसिंह धोनी की बहन के बारे में बताएंगे, जिनका माही को सफल बनाने में काफी बडा रोल रहा है। तो आइए इस खबर के बारे में विस्तार से जानते है।
आप को बता दें कि धोनी की बहन का नाम जयंती है। जयंती ने अपने भाई को क्रिकेटर बनाने के लिए हर संभव मदद की। शुरुआती दौर में धोनी के पिता नहीं चाहते थे कि उनका बेटा क्रिकेटर बने। तब जयंती ने माही का पूरजोर समर्थन किया। इस बात को फिल्म में भी दिखाया गया है।
बता दें कि जयंती फिलहाल एक स्कूल में टीचर है। इसके अलावा धोनी के बडे भाई का नाम नरेन्द्रसिंह धोनी है। वे समाजवादी पार्टी में नेता है। कहा जाता है कि धोनी जब 10 साल के थे, तब उनके भाई नरेन्द्र ने घर छोड दिया था।
ये है धोनी के माता-पिता
बता दें कि धोनी पिता का नाम पान सिंह औऱ माता का देवकी देवी है। धोनी के पिता पान सिंह मूल रुप से उत्तराखंड के अल्मोडा जिले के रहने वाले है।
हालांकि 1964 में वे काम के सिलेसिले में रांची बस गए थे। पान सिंह मेकॉन कंपनी में काम करता था। यहां वह शुरुआत में पंप ऑपरेटर थे और रांची की डोरंडा कॉलोनी में रहते थे।
धोनी की पत्नी औऱ बेटी
धोनी ने 4 जुलाई 2010 में साक्षी रावत से शादी की थी। साक्षी का जन्म 19 नवंबर 1988 को गुवाहाटी में हुआ था। साक्षी ने औरंगबाद से होटल मैनेजमेंट में डिग्री ली है।
जुलाई 2010 में धोनी की शादी करीब 5 साल बाद 6 फरवरी 2015 में वो एक बेटी के पिता बने। धोनी की बेटी अब 7 साल की हो चूकी है और वो अक्सर अपने पापा के साथ देखी जाती है।