बस ड्राइवर थे पिता, भाई ने बेचा अचार, इस तरह गरीबी को हराकर रणजी किंग बने वसीम जाफर!!

बस ड्राइवर थे पिता, भाई ने बेचा अचार, इस तरह गरीबी को हराकर रणजी किंग बने वसीम जाफर!!

आप को बता दें कि वसीम जाफर को भारत को ‘मिस्टर क्रिकेट’ कहा जाता है। उन्होंने दस विजयी रणजी फाइनल, दलीप और ईरानी ट्रॉफियों के इतिहास में सर्वोच्च स्कोर और सीमित ओवरों में विजय हजारी टूर्नामेंट, इसमें इंग्लैंड की लीग क्रिकेट को भी जोड़ लिया जाए जहां वह 20 वर्षों से खेल रहे हैं।

ये है वसीम जाफर का निजी जीवन

बता दें कि वसीम जाफर का जन्म 16 फरवरी 1978 को मुंबई में हुआ था। उनके वालिद का का नाम अब्दुल कादर है। उनके वालिद अब्दुल कादर एक बस के ड्राइवर थे और भारतीय तेज गेंदबाज रमाकांत देसाई और पाकिस्तानी बल्लेबाज हनीफ मोहम्मद के फैन थे।

वसीम अपने चार भाईओं में से एक है। उनकी पत्नि का नाम आयशा जाफ़र है। वसीम जाफर और आयशा की मुलाकात 2002 में हुई थी। दोनो ने 4 साल बाद 2006 में शादी कर ली। फिलहाल वसीम जाफर दो बच्चों के पिता हैं। वसीम जाफऱ की शादी में उस समय फिल्म जगत की कई हस्तियों ने शिकरत की थी।

 

आप को जानकारी के लिए बता दें कि वसीम जाफर के परिवार में उनके पिता इकलौते कमाने वाले थे। इस इस लिए परिवार ने अपना जीवन यापन करने के लिए अजीबोगरीब काम किए। उन्होंने अचार का कारोबार शुरू किया।

वसीम की माँ 6-7 तरह के अचार बनाती थी। उसका एक भाई उन्हें बेचने के लिए दिन भर रिक्शा में बैठा रहता था। अब, वसीम के इतना कुछ हासिल करने के बाद, परिवार हर उस संघर्ष को सलाम करता है जिसने उन्हें इतना सफल बनाया।

ये है वसीम जाफर का इंटरनेशनल करियर

जाफर ने 2000 में मुंबई में अपना इंटरनेशनल डेब्यू किया था, जाफर ने भारत के लिए 31 टेस्ट में 1,944 रन बनाए हैं, इस दौरान उन्होंने पांच शतक, दो दोहरे शतक और 11 अर्धशतक लगाए हैं, भारत के लिए 2006 में दो वनडे खेलने वाले जाफर ने वनडे क्रिकेट में 10 रन बनाए हैं।

 

जाफर ने केवल दो वनडे खेले जिनमें दस रन बनाए। उन्हें हालांकि घरेलू क्रिकेट विशेषकर रणजी ट्रोफी में उनके प्रदर्शन के लिए याद किया जाता है। वह रणजी ट्रोफी में 12,000 रन बनाने वाले पहले बल्लेबाज है। उन्होंने अपने करियर में अधिकतर समय मुंबई का प्रतिनिधित्व किया।

रणजी ट्रॉफी में दमदार रिकॉर्ड

वसीम जाफर ने 2006 में दक्षिण अफ्रीका के खिलाफ टेस्ट क्रिकेट में डेब्यू किया। उन्होंने अपना पहला एकदिवसीय अंतरराष्ट्रीय मैच 2006 में इसी प्रतिद्वंद्वी के खिलाफ खेला था, जाफर ने केवल दो वनडे खेले जिनमें दस रन बनाए, उन्हें हालांकि घरेलू क्रिकेट विशेषकर रणजी ट्रॉफी में उनके प्रदर्शन के लिए याद किया जाता है।

 

वह रणजी ट्रॉफी में 12,000 रन बनाने वाले पहले बल्लेबाज है, उन्होंने अपने करियर में अधिकतर समय मुंबई का प्रतिनिधित्व किया, बाद के दिनों में वह विदर्भ से खेलने लगे थे, वह रणजी ट्रॉफी में 150 मैच खेलने वाले पहले बल्लेबाज हैं।

navneet