जानिये कितनी संपत्ति के मालिक हैं योगी आदित्यनाथ, रायफल-रिवॉल्वर के अलावा रखते हैं यह ख़ास शौक़

जानिये कितनी संपत्ति के मालिक हैं योगी आदित्यनाथ, रायफल-रिवॉल्वर के अलावा रखते हैं यह ख़ास शौक़

आप तो जानते ही होंगे कि उत्तरप्रदेश के मुख्यमंत्री योगी आदित्यनाथ को सभी जानते ही है। उन्हें सभी राज्य के मुख्यमंत्रियों में से कहीं बेहतर माना जाता है। इसी बीच हाल में ही योगी आदित्यनाथ ने मुंबई का दौरा किया था।

जहां उन्होंने फिल्म इंडस्ट्री से जुडे कई लोगों से मुलाकात भी की थी। उत्तर प्रदेश को फिल्म इंडस्ट्री का हाफ बनाने के उद्देश्य मीटिंग की थी। शायद योगी आदित्यनाथ ऐसे पहले मुख्यमंत्री होंगे, जिनके लिए पूरा बॉलीवुड उमडकर आया था।

जब योगीजी अपने पैतृक गांव में अपनी मां से पहुंचे थे मिलने

आप को बता दें कि 2022 में योगी आदित्यनाथ अपनी 84 वर्षीय सावित्री देवी से मिलने गए थे। जो कि एक यादगार पल रहा था। इस दौरान योगी आदित्यनाथ मई 2022 में अपने उत्तराखंड दौरे के दौरान पैतृक गांव गए थे। जहां उन्होंने काफी समय बिताया।

 

इन 3 दिन के दौरे में सबसे भावुक क्षण एक संन्यासी का अपनी मां से मिलना माना गया। 5 साल बाद योगी आदित्यनाथ अपनी मां से मिले तो दोनों भावुक हो गए। 2022 में यह फोटो सोशल मीडिया पर खूब सुर्खियों में रहा।

आखिर कितनी संपत्ति के मालिक हैं योगी आदित्यनाथ

आप को बता दें कि 2022 की विधानसभा चुनाव में नामांकन के दौरान मुख्यमंत्री योगी आदित्यनाथ ने अपनी संपत्ति का ब्यौरा दिया था। जिसमें उनके पास दिल्ली के डाकघर संसद मार्ग खाते में करीब 36 लाख रुपए और 2 लाख 33 हजार का बीमा भी है। 2020-21 के वित्तीय वर्ष के दौरान योगी आदित्यनाथ के संपत्ति तकरीबन 1320653 रुपये थी।

 

दो हथियारों के मालिक है योगी आदित्यनाथ

आप को बता दें कि योगी आदित्यनाथ दो हथियारों के मालिक है। जिनमें से एक रिवॉल्वर की कीमत 100000 रुपए और एक राइफल की कीमत 80000 रुपए है। सीएम योगी आदित्यनाथ के पास कोई भी वाहन नहीं है, बल्कि अभी भी वह पुराने सरकारी वाहन से ही चलते है।

 

दो असलहों के भी मालिक है मुख्यमंत्री इसके अलावा मुख्यमंत्री योगी आदित्यनाथ के पास दो असलहे भी हैं जिनमें से एक रिवाल्वर की कीमत ₹100000 और एक राइफल की कीमत तकरीबन ₹80000 है, वही सीएम योगी के पास कोई भी वाहन नहीं है यहां तक कि मुख्यमंत्री बनने के बाद भी उन्होंने अलग से कोई नया वाहन नहीं खरीदा बल्कि अभी भी वह पुरानी सरकारी वाहन से ही चलते हैं।

navneet