ये तस्वीरें साबित करती हैं कि, सफलता की बुलंदी पर पहुंचकर भी मोहम्मद शमी में बिल्कुल नहीं है घमंड!!

भारतीय क्रिकेट इतिहास में ऐसे कई खिलाड़ी रहे हैं, जिनके क्रिकेट करियर के साथ ही निजी जीवन में बहुत ही संघर्ष करना पड़ा है। कुछ खिलाड़ियों के निजी जीवन में भूचाल जैसी स्थितियां रही, लेकिन उन्होंने इसका बहुत ही शांत मिजाज के साथ सामना कर उन परिस्थितियों से पार पाया।
मोहम्मद शमी के जीवन में आई कई तरह की चुनौतियां
ऐसे ही खिलाड़ियों की बात करें तो एक नाम मौजूदा भारतीय क्रिकेट टीम में तेज गेंदबाज मोहम्मद शमी का भी माना जाता है। मोहम्मद शमी के क्रिकेट करियर से लेकर उनकी पर्सनल लाइफ में काफी उतार-चढ़ाव देखे गए। लेकिन उन्होंने तमाम चुनौतियों का डटकर मुकाबला किया।
मोहम्मद शमी ने करीब 8-9 साल पहले अपने इंटरनेशनल करियर की शुरुआत की। जिसके बाद उन्होंने सफलता ने नए आयाम स्थापित किए। लेकिन साल 2018 में उनके निजी जीवन में जबरदस्त धमाया हुआ था, जब उनकी पत्नी ने उन पर संगीन आरोप लगाए।
शमी आज हैं करियर में शिखर पर, लेकिन नहीं है जरा सा घमंड
इन सबके बीच मोहम्मद शमी ने अपने करियर में शिखर को छूआ। आज वो भारतीय क्रिकेट टीम के बहुत ही अहम खिलाड़ी हैं, जो अपना योगदान भारतीय टीम के लिए तीनों ही फॉर्मेट में दे रहे हैं।
किसी भी क्रिकेटर के करियर में इतनी सफलता के बाद थोड़ा सा इगो जरूर आ जाता है। लेकिन मोहम्मद शमी इतने सरल स्वभाव के हैं कि उनके आप-पास भी घमंड नाम का शब्द नहीं फटकता है। वो एक बहुत ही शालीनता के साथ आम इंसान की तरह ही अपना जीवन व्यतीत करते हैं।
ये तस्वीरें दिखाती हैं, शमी जुड़े हैं जमीन से…
कुछ ऐसे खिलाड़ी हुए हैं जो सफलता के शिखर पर पहुंचने के बाद भी अपने बहुत ही शांत और मस्तमौला व्यवहार के लिए जाने जाते हैं। उन खिलाड़ियों में शमी का नाम शुमार किया जाता है। तो आपको बताते हैं शमी की वो तस्वीरें जिसमें उनका दिखता है आम इंसान जैसा जीवन…
किसान परिवार से नाता रखने वाले मोहम्मद शमी घर पर रहने के दौरान प्रैक्टिस के लिए खेतों पर पहुंच जाते हैं।
अपने पिता के इंतकाल के बाद उन्हें दफनाने के लिए खुद ही खड्डे से मिट्टी निकाली। ये किसी भी बेटे के लिए बहुत ही मुश्किल होता है।
कोरोना वायरस के बीच पिछले साल लॉकडाउन लगने से प्रवासी मजदूरों को काफी परेशानी हुई थी, लेकिन शमी ने उनकी मदद को हाथ आगे बढ़ाएं।
मोहम्मद शमी जब क्रिकेट से दूर रहते हैं तो अपने पैतृक घर पर पहुंचकर बागों की सैर करते देखे जाते हैं।