ये है पाकिस्तान का वो खिलाडी, जिसे सचिन तेंदुलकर और ब्रायन लारा भी मानते थे अच्छा बल्लेबाज!!

21 मार्च 1992 की वो तारीख है, जब पाकिस्तानी टीम 1992 के विश्वकप का सेमीफाइनल मैच लगभग गंवा चुकी थी। उसी दौरान 22 साल का लडका मैदान पर उतरता है। उम्मीदें शायद कहीं ना कहीं जिंदा था।
जिन गेंदबाजों के सामने रन बनाने में सभी को मुश्किलें आ रही थी। उसी बोलिंग पर उसने मैदान पर चारों ओर शॉट लगाने शुरु कर दिए। जिस अंदाज में उसने बेंटिंग की, वह उस वक्त बहुत कम देखी जाती थी। उन्होंने महज 31 गेंदों पर अपना अर्धशतक पूरा किया।
आज हम इस आर्टिकल में जिसकी बात कर रहे है वो कोई और नहीं बल्कि पाकिस्तान के एक महानत्तम बल्लेबाज इंजमाम उल हक है। इसी मैच में इंजमाम ने 37 गेंदो में 60 रन बनाए। जिसके चलते पाकिस्तान ने फाइनल में जगह बनाई और वर्ल्ड चेंपियन भी बना।
इंजमाम ने 60 रन की पारी के दौरान कई सारे आर्कषक शोट्स लगाए। इस पारी में लगाए गए एक सिक्स को कमेंटेटर डेविड लॉयड ने टूर्नामेंट का सबसे बेहतरीन सिक्सर कहा था।
इंजमाम का जन्म 3 मार्च 1970 को पाकिस्तान के मुल्तान में हुआ था। उनकी गिनती पाकिस्तान नहीं बल्कि दुनियाभर के अव्वल दर्जे के बल्लेबाजों में होती है। इंजमाम इंटरनेशनल क्रिकेट में 1992 के वर्ल्डकप से चमके थे। इस टूर्नामेंट के दौरान दो घटनाएं ऐसी हुई, जिसकी वजह से वे सुर्खियो में आए। एक घटना थी जोंटी रोड्स को उन्हें रनआउट करना।
रोड्स का हवा में छलांग लगाकर स्टंप्स बिखेर देना क्रिकेट की दुनिया का आइकोनिक मोमेंट है। टीमों ने इसी के बाद से फील्डिंग को गंभीरता से लेना शुरु किया था। रनआउट का यह भूत इंजमाम के साथ उनके बाकी करियर में भी रहा।
इंजमाम ने न्यूजीलैंड के खिलाफ ठोके थे 329 रन
बता दें कि 22 साल की उम्र में वर्ल्ड कप से छाप छोड़ने के बाद इंजमाम ने मुड़कर नहीं देखा। उन्होंने टीम में जावेद मियांदाद की जगह ली और मिडिल ऑर्डर की मजबूत कड़ी बन गए।
इसी का नतीजा रहा कि इंजमाम ने 378 वनडे में पाकिस्तान के लिए 39.52 की औसत से 11739 रन बनाए, 10 शतक और 83 अर्धशतक, उस समय वनडे में सबसे ज्यादा अर्धशतक उनके ही नाम थे।
वनडे की तरह की टेस्ट में भी इंजमाम का रुतबा कम नहीं था, भले ही भारी भरकम काया और खराब रनिंग के चलते उनका मजाक बना हो। लेकिन जब इंजी क्रीज पर खूंटा गाड़ देते तो उन्हें हिलाना मुश्किल होता।
इस टीम के खिलाफ उन्होंने 2002 में लाहौर में 329 रन की जबरदस्त पारी खेली थी, यह पाकिस्तानी क्रिकेट में टेस्ट में दूसरी सबसे बड़ी पारी है।