इस खिलाड़ी का झुग्गी-झोपड़ी में बीता बचपन, परिवार में देखी गरीबी, अब WPl में गेंदों से बरसा रही हैं आग

इस खिलाड़ी का झुग्गी-झोपड़ी में बीता बचपन, परिवार में देखी गरीबी, अब WPl में गेंदों से बरसा रही हैं आग

महिला प्रीमियर लीग में इस समय जिस एक गेंदबाज की सबसे ज्यादा चर्चा हो रही है वो है मुंबई इंडियंस की साइका इशाक (Saika Ishaque), बंगाल के एक छोटे से शहर की झुग्गी-झोपड़ी वाले इलाके में रहने वाली साइका इस समय पर्पल कैप पर कब्जा करके बैठी हैं।

 

साइका बंगाल के पार्क सरकस की रहने वाली हैं, उनका बचपन वहां के झुग्गी-झोपड़ियों के इलाके में बीता, साइका के पिता उन्हें फुटबॉल मैच दिखाने ले जाते थे लेकिन उनकी इच्छा थी कि बेटी क्रिकेटर बने।

इस खिलाड़ी का झुग्गी-झोपड़ी में बीता बचपन

साइका के सिर से पिता का साया बचपन में ही उठ गया, आर्थिक परेशानियों के बावजूद साइका ने पिता का सपना पूरा करने की ठान ली।

साइका बंगाल के पार्क सरकस की रहने वाली हैं, उनका बचपन वहां के झुग्गी-झोपड़ियों के इलाके में बीता, साइका के पिता उन्हें फुटबॉल मैच दिखाने ले जाते थे लेकिन उनकी इच्छा थी कि बेटी क्रिकेटर बने, साइका के सिर से पिता का साया बचपन में ही उठ गया, आर्थिक परेशानियों के बावजूद साइका ने पिता का सपना पूरा करने की ठान ली।

 

साइका के सफर की शुरुआत बंगाल की अंडर-19 टीम से हुई जिसके बाद वो अंडर-23 टीम के लिए भी खेली, साल 2018 में उनके कंधे में चोट लगी. हालांकि तभी उन्हें बंगाल के पूर्व स्पिनर शिबसागर सिंह का साथ मिला जिन्होंने साइका के करियर को नई राह दी।

महिला प्रीमियर लीग की तैयारी के लिए साइका ने ईस्ट बंगाल की पुरुष टीम के साथ अभ्यास किया, मुंबई इंडियंस ने ऑक्शन में इस खिलाड़ी को 10 लाख रुपए में खरीदा. डब्ल्यूपीएल से पहले कोई साइका का नाम भी नहीं जानता था लेकिन अब वो उन्हें टीम इंडिया में जगह बनाने का दावेदार माना जा रहा है।

 

अब तक साइका ने 3 मैच खेले हैं जिसमें उन्होंने 10.1 ओवर डाले और 9 विकेट अपने नाम किए अपने पहले ही मैच में उन्होंने गुजरात जायंट्स के खिलाफ उन्होंने 4 विकेट झटके थे, वहीं आरसीबी के खिलाफ दो और फिर दिल्ली कैपिटल्स के खिलाफ तीन विकेट अपने नाम किए।

navneet