नेट्स में गेंदबाजी करने के लिए छोड दी थी इंटरमीडिएट परीक्षा भी, आज है भारत के सफल युवा लेग स्पिनर, जानिए रवि बिश्नौई के बारे में!!

आप को बता दें कि रवि बिश्नौई भारतीय क्रिकेटर है। उनका जन्म जोधपुर राजस्थान के एक गांव मारवाडी बिश्नौई परिवार में हुआ था। रवि एक बेहद मध्यमवर्गीय परिवार में जन्मे थे। वहीं रवि चार भाई-बहनों में सबसे छोटा है।
रवि बिश्नौई मध्यम गति के गेंदबाज हुआ करते थे। लेकिन उन्होंने अपने कोच शाहरुख पठान की सलाह पर ऑफस्पिन गेंदबाजी शुरु की। गेंदबाजी पर ध्यान केंद्रित करने के लिए उन्होंने 2018 में 12वीं छोडने का फैंसला किया।
जयपुर में राजस्थान रॉयल्स कैंप में नेट्स गेंदबाजी करते समय इस युवा खिलाडी पर दुनिया के सर्वश्रेष्ठ क्रिकेटरों का ध्यान गया। जिसके बाद उनके पास फिलहाल एक सफल करियर है।
बता दें कि मार्च 2018 में रवि बिश्नौई ने नेट्स में गेंदबाजी करने के लिए अपनी इंटरमीडिएड परीक्षा भी छोड दी थी। इसके बाद उन्होंने फरवरी 2019 में टी20 सीरीज में राजस्थान के पदार्पण किया। उन्होंने सितंबर 2019 में विजय हजारे ट्रॉफी राजस्थान के लिए अपना लिस्ट ए डेब्यू किया।
जिसके बाद उन्हें अंडर-19 राजस्थान टीम के लिए चुना गया। उनके दोस्त और उनके परिवार उनकी गेंदबाजी के कौशल से चकित थे।
आप को बता दें कि फिलहाल रवि बिश्नौई एक युवा लेग स्पिनर है, जो किसी भी स्तर पर गेंदबाजी कर सकते है। वह 2020में आईपीएल में डेब्यू करने के बाद से दुनिया के कुछ बडे नामी खिलाडीयों के साथ खेल रहे है। उन्हें देश का सबसे होनहार युवा स्पिनरों में से एक माना जा रहा है।
बता दें कि रवि बिश्नौई की कहानी एक प्रेरणादायक है। क्योंकि उनके पिता एक स्कूल शिक्षक थे। उनके भाई सप्ताहांत में बाहर जाते थे औऱ क्रिकेट खेलते थे। उन्हें बहुत देर तक बाहर न रहने के लिए सावधान रहना पडता था।
क्योंकि उनके पिता काम से घर लौटते थे। अगर वे देर से घर आते तो नाराज हो जाते थे। इसी बीच उनकी मां एक क्रिकेट प्रशंशक थी और अब उनके पिता स्कूल में थे तब भी मैच देखा करती थी।